Sunday, June 21, 2020

पिता




परिवार चलाने के लिए,
वो अपनी हर खुशी त्यागते है।
खुद आधी रोटी खा कर भी
हमारी पेट भरते है।

अपनी खून पसीनो की कमाई
बच्चों पर खुशी से लुटाते है।
खुद चाहे फटा पुराना पहने,
पर हमारी हर जरूरतों को पूरा करते है।

काम - काज में होता है नुकसान
फिर भी हमे नहीं जताते है।
होती है उन्हें कई परेशानियां,
पर हमारे सामने मुस्कुराते है।

खुद संघर्ष करते है,
हमारी ऐशो-आराम वाली जिन्दगी के लिए।
कभी कभी तो दीवार से भी लड़ जाते है,
हमारी दो पल की खुशी के लिए।

नारियल के तरह बाहर से कठोर,
और अंदर से नाजुक बन जाते है।
वो पिता ही है जो
अपने कांटो पर चल कर, हमारे लिए फूल बिछाते है।

***

#thehiddenwritersk
#writer #author #poem #poetry #hindi #hindiwriters #hindipoetry #pen #writing #writersofinstagram #father #fatherday #dad