एक अजनबी
नज़रे मिली,
शायद दिल भी मिल गया।
एक पल में लगा अपना,
फिर वो अजनबी बन गया।
देखते ही उसे,
मेरा दिल खिल गया।
अपने ख्वाबों में समीप,
असलियत में अजनबी बन गया।
पल भर में लाख सपना सजा,
वो मुझसे दूर हो गया।
मेरे रोमानी सपने तोड़,
वो एक अजनबी ही रह गया।
रास्ते की बात,
राह पर ही सिमट गया।
हमारी बात बनने से पहले ही,
वो अजनबी चल गया।
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