उसका जाना
मेरे जिंदगी से उसका जाना,
और लौट कर फिर कभी ना आना।
यह प्यार मोहब्बत तो नहीं,
फिर भी आसान ना था उसे भुला पाना।
उसकी हर बात मैंने माना,
चाहे मेरे यार मारे मुझे ताना।
फिर भी हर वक्त उसका साथ दिया,
करीब रह कर भी उसे ना पहचाना।
लोगो का लगा रहता है आना जाना,
फिर भी मुझे उसी से था प्यार पाना।
कुछ तो मेरे प्यार में भी थी,
फिर भी मैं था उसका ही दीवाना।
अच्छा लगता था मेरे साथ वक्त बिताना,
फिर भी पड़ा उसे किसी और के पास जाना।
कमी तो मेरा खलता होगा,
क्योंकि ऐसा ही था मेरा आशिकाना।
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