Thursday, June 22, 2023

विरह


 
कहते है प्यार किया नहीं जाता
हो जाता है।
और अपने जाति में ही प्यार करने वाला
खुद को भाग्यशाली मानता है।

प्यार हुआ मुझे उससे,
जैसे ही पता चला हम एक समाज के है।
बात बढ़ी, नजदीकिया बढ़ी,
क्योंकि हमे ना भय हमारे भविष्य के है।

ना रौका मैने खुद को,
ना उसे अपने आप से दूर होने दिया।
रूठने मनाने का सफर भी,
हमने हंसी खुशी पार कर लिया।

बात किया, हर पल साथ दिया,
फिर भी हमारे रिश्ते में दरारें आई।
समय आने पर मैने उसे वक्त भी दिया,
फिर भी वो मेरे साथ रुक ना पाई।

एक समाज के होने के बावजूद,
हम हमेशा के लिए एक हो ना सके।
परिवार साथ दे या ना दे,
हम ही एक दूसरे का साथ निभा ना सके।

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