मां के हाथों से खाना,
बहन से हर छोटी बात पर लड़ना,
बच्ची का मुझे यूं पापा कह कर पुकारना,
मेरे ज़िंदगी का ये हसीन सफर है सुहाना।
हर मर्द के जीवन में एक कली होती है,
किसी के लिए बहन तो किसी के लिए बेटी होती है।
अनेकों कष्ट सह कर हमे जन्म देने वाली,
वो सिर्फ महिला ही नहीं, देवी होती है।
हां कुछ लोग इज्ज़त करते है,
और कुछ लोग उनकी इज्ज़त लूट लेते है।
पर ये दरिंदगी दिखाने वाले भी तो
अपनी मां बहन को सम्मान देते है
हम सब क्यों ना ऐसा करे,
दूसरों की बहन बेटी को भी आदर करे।
चलो आज इस वर्ष महिला दिवस पर
हम सब मिल कर ये शपथ साकार करें।
*****