तुमसे माफी क्या माँगू,
जो सारा दिन तुझे सताया हूँ।
किस हक से तुझसे उम्मीद रखूँ,
जब की हर रोज मैं ही तुझे तड़पाया हूं।
मैं नहीं माँगूँगा तुझसे माफी,
मुझे मेरी गलती की सजा दे दे।
तू खामोस ना रहा कर,
मेरी नासमझी की इतनी बड़ी ना सजा दे दे।
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